भोपाल
मध्यप्रदेश में कक्षा 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. परीक्षा रद्द होने के साथ ही रिजल्ट को लेकर भी तैयारियां शुरू की जा रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि छात्रों के रिजल्ट के लिए मंत्री समूह की कमेटी का गठन किया गया है, जो कि छात्रों के रिजल्ट के पैटर्न पर विचार करेंगे कि किस तरह से छात्रों का रिजल्ट तैयार किया जाए.
आंतरिक मूल्यांकन और दूसरे विकल्प पर होगा विचार
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि छात्रों के रिजल्ट के लिए कमेटी खाका तैयार करेगी. जिसमें छात्रों के कक्षा 10वीं के और कक्षा 11वीं के परसेंटेज का आकलन कर कक्षा 12वीं का रिजल्ट तैयार होगा. इसके साथ ही कक्षा 12वीं के स्टूडेंट के छमाही और रिवीजन टेस्ट के प्रदर्शन के अंकों को भी आधार बनाया जाएगा. मंत्री समूह की कमेटी प्रदेश भर के छात्रों का कक्षा 10वीं कक्षा 11वीं के अंकों का डाटा एकत्रित करेगी.
10 से 12 दिनों के भीतर होगी रिजल्ट की घोषणा इन्दर सिंह परमार का कहना है कि अगर ऑफलाइन मोड पर परीक्षा आयोजित कराई जाती तो रिजल्ट में देरी हो सकती थी लेकिन अब मंत्री समूह की कमेटी छात्रों के डाटा को एकत्रित कर रिजल्ट तैयार करेगी. पूरी तरह से वैज्ञानिक पद्धति से रिजल्ट तैयार होगा. रिजल्ट 10 से 12 दिनों के भीतर घोषित कर दिया जाएगा.
12वीं के छात्रों के पास परीक्षा देने का भी विकल्प
एमपी बोर्ड की कक्षा 12वीं की परीक्षाएं भले ही रद्द कर दी गई है. लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने छात्रों को परीक्षा देने का विकल्प भी दिया है. जो परीक्षार्थी इस तरह के रिजल्ट से सहमत नहीं होंगे. वह छात्र अगर बेहतर परिणाम के लिए परीक्षा देना चाहे तो परीक्षा दे सकते हैं. कोरोना संक्रमण के खत्म होते ही परीक्षाएं आयोजित कराई जाएगी.
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