चिरमिरी
लगातार चिरमिरी की अस्तित्व की लडाई मंच के माध्यम से लडा जा रहा था और कई सालो से चिरमिरी वासियो ने प्रयास भी किया की चिरमिरी को एसा दर्जा मिले जिससे चिरमिरी से पलायन कर रहे लोगो का पलायन रूक सके व लोगो को एक स्थायित्व मिल सके और चिरमिरी जय हो जाय चिरमिरी का नाम इतिहास मे लिखा जाय। आज चिरमिरी के सैकडो लोगो ने छत्तीसगढ़ के मुखिया का अभार व्यक्त करने के लिए रायपुर के लिए रवाना हुए है आज चिरमिरी के लोगों ने सत्याग्रह आंदोलन पदयात्रा कर राजधानी जाने की तैयारी की है इनका कहना है कि हमारे चिरमिरी को नवीन जिला एमसीबी नाम देने के लिए प्रदेश के मुखिया का कोटि-कोटि धन्यवाद और आभार व्यक्त करने के लिए चिरमिरी वासी पैदल ही निकल पड़े हैं।
रायपुर चिरमिरी से लगभग 300 कि मीटर दुरी पर है वे प्रतिदिन 30 किलोमीटर चल कर के 10 दिनो मे 300 किमी सफर तय करने का संकल्प ले कर चले है और वे रायपुरपहुच कर छत्तीसगढ़ के मुखिया का धन्यवाद करेंगे साथ ही चिरमिरी को जिला मुख्यालय बनाया जाय यह मांग रखेंगे। ज्ञात हो की 15अगस्त के दिन पुलिस ग्राउड रायपुर से मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की घोषणा किये थे जिसमे चिरमिरी का नाम नही था उसके बाद भी चिरमिरी के लोगो मे खुशि के साथ साथ मायूसी भी हुई फिर बाद में मनेंद्रगढ़ विधानसभा के विधायक डॉक्टर विनय जयसवाल व भरतपुर विधानसभा के विधायक व सरगुजा विकास प्राधिकरण मंत्री गुलाब कमरों व चिरमिरी वासियों की मांग के पश्चात विधानसभा क्षेत्र व चिरमिरी के सैकडो लोग रायपुर मुख्यमंत्री से मिलने कूच किए और मुख्यमंत्री से मिलने के बाद नवीन जिला का नाम एमसीबी रखा गया इसी को मद्देनजर रखते हुए चिरमिरी वासी छत्तीसगढ़ के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात करने व उनका अभार व्यक्त करने निकले है बाजे गाजे ढोल नगाड़े के साथ।चिरमिरी शहर मे सत्याग्रह पदयात्रा में शामिल लोगों का जगह जगह तिलक व पुष्प माला भेट किया गया उनका हौसला अफजाई करने के लिए 200 से अधिक लोगों ने उनके साथ साथ 20 किलोमीटर का सफर तय किया और खडगवां तक चिरमिरी के सैकड़ों लोगों ने सत्याग्रह पदयात्रा मे समिल हुए लोगो को छोडने के लिए निकले। वही विक्की साहू ने सत्याग्रह पदयात्रा में यात्रा में शामिल लोगों के लिए एंबुलेंस की सुविधा भी दी है ताकि कोई आफत कालीन स्थिति हो तो स्वास्थ्य सुविधाएं इन सत्याग्रह पद यात्रा में शामिल लोगों को मिल सके और। साथ ही संघर्ष समिति के सदस्यों के द्वारा प्रत्येक जिले में पत्राचार भी किया गया है जिसमे पदयात्रा की जानकारी दी गई है।
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