कानपुर
जीआरपी ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर फर्जी तरीके से नौकरी दिलाने के बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। स्टेशन पर दो जून से नौकरी कर रहे 13 फर्जी रेल कर्मचारियों तथा तीन एजेंटों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों एजेंट ने फर्जी नियुक्ति पत्र देकर सेंट्रल स्टेशन पर ज्वाइन भी करा दिया था। जीआरपी ने मुकदमा दर्ज कर फरार एजेंटों की तलाश में टीमें रवाना कर दी हैं। फर्जी परिचय पत्र और नियुक्ति पत्र के साथ पकड़े गए 13 लोगों से पूछताछ की जा रही है। इस खुलासे के बाद रेलवे ने सभी स्टेशनों के लिए अलर्ट जारी किया है।
बुधवार देर रात टिकट निरीक्षक सुनील पासवान प्लेटफॉर्म नंबर दो- तीन पर चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान एक युवक गले में रेलवे का परिचय पत्र टांगे दिखा। परिचय पत्र पर दिनेश कुमार गौतम लिखा हुआ था। टीटीई सुनील से युवक ने कहा कि स्टाफ हैं। पूछताछ में दिनेश ने बताया कि वह ट्रेनिंग कर रहा है। उसकी तरह कई और लोग भी सेंट्रल स्टेशन पर प्रशिक्षण ले रहे हैं। ट्रेनिंग लेने वाले दूसरे साथियों को बुलाने के लिए कहा तो दिनेश ने फोन किया लेकिन एक घंटे तक कोई नहीं आया। इसके बाद टीटीई सुनील ने दिनेश को जीआरपी के हवाले कर दिया। पूछताछ हुई तो गिरोह का खुलासा हो गया। फर्जी नियुक्ति के बड़े गिरोह की आशंका में जीआरपी और आरपीएफ की चार टीमें तत्काल सक्रिय हुईं। एक-एक कर 16 लोगों को पकड़ा गया। इनके पास से फर्जी आई कार्ड और नियुक्ति पत्र बरामद हुए हैं।
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