जबलपुर
मुख्यमंत्री खेत तीर्थ दर्शन योजना में राज्य सरकार की मॉनीटरिंग में भारी घपले का आरोप लगाया गया है। प्रदेश कांग्रेस के सचिव सौरभ नाटी शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस में सूचना के अधिकार अंतर्गत निकाले गए दस्तावेज प्रस्तुत कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह व उनकी पत्नी साधना सिंह की संलिप्पता का आरोप लगाते हुए बताया कि सक्षम न्यायालय में प्रकरण दर्ज करने के लिए राज्यपाल से अभियोजन की अनुमति के लिए पत्र भेजा गया है।
सौरभ नाटी शर्मा ने आरोप लगाया कि योजना अंतर्गत उन्नत किसानों को तकनीक दूसरे किसानों से साझा करना होती है। इसके लिए खेत का चयन व्यक्ति के नाम से होता है। यह योेजना राज्य शासन के किसान कल्याण तथा कृषि विभाग मंत्रालय द्वारा संचालित की जा रही है। इसी क्रम में विदिशा जिला के ग्राम बैस में जिस खेत में एक ही दिन में 20 हजार किसानों का भ्रमण बताया जा रहा है उनके नाम पर क्रमश: 250 रुपए प्रति किसान की दर से 50 लाख रुपए आहरित किए गए हैं। योजना का लाभ गलत ढंग से लेने के लिए तमाम नियम-कायदों की अनदेखी कर दी गई है। यह हाल तब है जबकि योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि उत्पादकता एवं गुणवत्ता में वृद्धि लाना और किसानों का जीवन व तकनीक उन्नत करना है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री का अपना खेत ग्राम ढोलखेड़ी जिला विदिशा में भी फर्जीवाड़ा किया गया है। यह दोनों ही खेत मुख्यमंत्री व उनकी पत्नि के नाम पर दर्ज हैं। जिस 30 अगस्त 2017 को यह भ्रमण दर्शाया जा रहा है उस दिन मुख्यमंत्री खुद किसान फसल बीमा योजना सम्मेलन विदिशा में उपस्थित थे जिसके प्रमाण आज भी मिल जाएंगे।
पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री एवं उनकी पत्नि द्वारा किए गए इस फर्जीवाड़े से शासन को राजस्व की हानि हुई है इसलिए उनके विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए। मुख्यमंत्री भले ही लोकसेवक की श्रेणी में हों लेकिन उनकी पत्नि साधना सिंह इस श्रेणी में नहीं आतीं इसलिए साधना सिंह पर तत्काल प्रकरण दर्ज किया जाए और मुख्यमंत्री के मामले में राज्यपाल शीघ्र ही अभियोजन की स्वीकृति प्रदान करें।
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