इंदौर शहर के धर्मस्थलों पर आराध्य के दर्शन के लिए भी कोरोना का टीका जरूरी


इंदौर
शहर के धर्मस्थलों पर आराध्य के दर्शन के लिए भी टीका जरूरी हो गया है। शनिवार को प्राचीन खजराना गणेश और रणजीत हनुमान मंदिर में प्रवेश से पहले टीकाकरण का प्रमाणपत्र देखा जा रहा था। खजराना गणेश मंदिर में दोपहर ढाई बजे और रणजीत हनुमान मंदिर में शाम करीब छह बजे चार-चार की संख्या में भक्तों को दर्शन करने भेजा गया। खजराना मंदिर के मुख्य पुजारी अशोक भट्ट ने बताया कि मंदिर सुबह छह से शाम छह बजे तक खुला रहेगा। रणजीत हनुमान मंदिर के पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया कि दर्शन के दौरान शारीरिक दूरी बनाए रखने और सही तरीके से मास्क लगाने की अपील की गई।

बड़ा गणपति, अन्नपूर्णा और बिजासन माता मंदिर में भी दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंचे। बड़ा गणपति में तीन-तीन श्रद्धालुओं के लिए दर्शन की व्यवस्था थी। अन्नपूर्णा मंदिर में शारीरिक दूरी के लिए सुबह गोले बनाए गए हैं।

इंदौर जिले में अभी तक 13.5 लाख लोगों को कोरोना के टीके की पहली डोज लग चुकी है। जिले में 28 लाख लोगों को टीके लगाने का लक्ष्य है। इस लिहाज से इंदौर में 48 फीसद लोगों को टीके की पहली डोज लग चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इंदौर में 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले 80 फीसद लोगों को टीके की पहली डोज लगी है, वहीं 45 से अधिक उम्र वाले 54 प्रतिशत लोगों को पहली डोज लगी है। भोपाल स्तर से पिछले कुछ दिनों से कम संख्या में टीके इंदौर को मिलने के कारण टीकाकरण की गति धीमी हुई है। अब इंदौर को रविवार तक 80 हजार टीके मिल जाएंगे। ऐसे में सोमवार से शहर में टीकाकरण में तेजी आएगी। शनिवार को शहर में स्वास्थ्य विभाग के 50 दलों ने 6593 लोगों को टीका लगाया। इनमें 18 वर्ष से अधिक आयु समूह में 873 को पहली डोज और 4028 को दूसरी डोज लगी।

वहीं 45 वर्ष से अधिक आयु समूह में 188 को पहली डोज और 1046 को दूसरी डोज लगी। इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक उम्र आयु समूह में 65 लोगों को पहली डोज और 320 को दूसरी डोज लगी। शनिवार को 17 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को पहली और 41 को दूसरी डोज लगी। वहीं 1 फ्रंटलाइन वर्कर को पहली और 14 को दूसरी डोज लगी।

The Naradmuni Desk

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