जनता की लड़ाई का अपमान न करें, विधानसभा के वचन को निभाएं: विधायक आलोक चतुर्वेदी


छतरपुर
छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी पज्जन भैया ने जिले में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के जल्द से जल्द निर्माण के लिए सरकार से बजट जारी करने की मांग की है। उन्होंने भाजपा नेताओं के उस आरोप का जवाब दिया है जिसमें श्रेय की राजनीति की बात कही जा रही है। श्री चतुर्वेदी  ने कहा कि छतरपुर का मेडिकल कॉलेज आम जनता की 3 साल तक चली लड़ाई का परिणाम है फिर भी भाजपा नेता चाहें तो इसका श्रेय अपने नाम कर लें लेकिन इस मुद्दे पर राजनीति और आरोप-प्रत्यारोप को छोड़कर जल्द से जल्द सरकार से बजट जारी कराते हुए इसका निर्माण कार्य शुरू कराएं।

श्री चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा नेता कह रहे हैं कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के कारण छतरपुर का मेडिकल कॉलेज महेश्वर चला गया था। यह सरासर झूठ है। भाजपा के मंत्री और नेताओं के बयानों में जो अंतर है उसी से इस झूठ का पर्दाफाश होता है। श्री चतुर्वेदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान सरकार ही एक मार्च 2021 को मेरे द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण और तारांकित प्रश्न के जवाब में विधानसभा में सच्चाई बयान कर चुकी है। सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने लिखित रूप से सदन में जवाब दिया था कि छतरपुर में 04.10.2018 को 300 करोड़ रूपए से चिकित्सा महाविद्यालय निर्माण की स्वीकृति दी थी।  प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त होने के बाद लोक निर्माण विभाग द्वारा उक्त कार्य का डीपीआर तैयार कर 206.21 करोड़ की तकनीकी स्वीकृति अनुसार निविदा आमंत्रित की गई थीं। किन्तु निविदा की वित्तीय दर स्वीकृत नहीं हुई।

सरकार ने सदन में बताया था कि छतरपुर में आवंटित जमीन पर बहादुर सिंह द्वारा हाईकोर्ट में कब्जे संबंधी याचिका लगाई थी जिसके कारण मेडिकल कॉलेज का काम रूका था। याचिका निरस्त होने के बाद कोरोना महामारी के कारण इसके लिए बजट जारी नहीं किया गया न ही नए सिरे से निविदाएं बुलाई गईं। सरकार द्वारा सदन में दिए गए इस आधिकारिक जवाब में कहीं भी यह नहीं कहा गया कि कमलनाथ सरकार के  कार्यकाल में मेडिकल कॉलेज के निर्माण को रोका गया अथवा उसका स्थान परिवर्तन किया गया। जब सरकार सदन में साफतौर पर स्वीकार कर रही है कि मेडिकल कॉलेज का निर्माण जमीनी विवाद और कोरोना के कारण स्थगित रहा तो छतरपुर के  भाजपा नेता कांग्रेस पर झूठे आरोप लगाते हुए अपनी राजनैतिक रोटियां क्यों सेक रहे हैं।

विधायक आलोक चतुर्वेदी ने कहा कि छतरपुर विधानसभा का निर्वाचित विधायक होने के नाते मेडिकल कॉलेज के संबंध में जनता के प्रतिनिधि के रूप में सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाना मेरा कर्तव्य और दायित्व है। यदि मैं आवाज उठा रहा हूं तो भाजपाई बौखला क्यों रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे छतरपुर में फोरलेन निर्माण, बाईपास निर्माण, सोलर पावर प्लांट, केन-बेतवा लिंक परियोजना, नवीन बस स्टेण्ड, शव  दाह गृह, शहर के जल संकट के निदान के संबंध में निरंतर सरकार और जिम्मेदार मंत्रियों के समक्ष प्रत्यक्ष और पत्र के माध्यम से आवाज उठाते रहे हैं। सदन में भी इन मुद्दों को लेकर सरकार से सवाल पूछे हैं।

एक विधायक के तौर पर यह मेरी जिम्मेदारी है श्रेय लेने की चाहत नहीं। श्रेय लेने की राजनीति भाजपा करती है। विकास से जुड़े कार्यों में राजनीति बंद करें। लंबित कामों को पूरा कराएं और श्रेय खुद ले लें लेकिन जनता की लड़ाई का अपमान न करें। उन्होंने छतरपुर जिले के सभी विधायकों, सांसदों एवं भाजपा-कांग्रेस के नेताओं से भी अपील की है कि इन मुद्दों पर दलगत राजनीति को छोड़कर एकजुट हों और छतरपुर के विकास में सहभागी बनें।

The Naradmuni Desk

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