किसानों को यूरिया की कमी नहीं होना चाहिये - कलेक्टर


मुरैना
कलेक्टर बी. कार्तिकेयन ने कृषि अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये है कि किसानों को यूरिया की कमी नहीं होना चाहिये। कृषि अधिकारी लक्ष्य के अनुरूप यूरिया की व्यवस्था सुनिश्चित करें। यूरिया का आगामी रेंक कब लगेंगे, यह जानकारी भी कृषि उप संचालक को होना चाहिये। अगर किसानों को यूरिया की कमी मेहसूस हुई और मेरे पास शिकायत प्राप्त हुई तो ऐसी स्थिति में कृषि अधिकारियों को छोड़ा नहीं जायेगा। कलेक्टर ने यह भी कहा कि किसानों को दो वार यूरिया की आवश्यकता होती है।

समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि विभाग के पास उपलब्ध यूरिया को सोसायटियों में भिजवायें, किसानों से आग्रह करें कि यूरिया का अग्रिम भण्डारण करके अपने पास रखें। कलेक्टर ने कहा कि 20 जून के आसपास अगर यूरिया नहीं मिली तो अधिकारियों को छोड़ंूगा नहीं। यूरिया का भण्डारण अभी से करें। उन्होंने सभी एसडीएम को कहा है कि प्रायवेट दुकानों पर भी पर्याप्त मात्रा में यूरिया होना चाहिये। कलेक्टर ने मौके पर डीएपी, सुपर फास्फेस्ट सहित अन्य उर्वरको की भी समीक्षा की।
    
जिले में 47 हजार 500 मैट्रिक टन यूरिया का वितरण लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी तरह डीएपी 19 हजार 500 मैट्रिक टन, काॅॅम्पलेक्स 2 हजार 370 मैट्रिक टन पोटाश, 150 मैट्रिक टन और एसएसपी उर्वरक का 2 हजार 950 मैट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित है।
    
बैठक के प्रारंभ में रबी विपणन वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य के तहत की गई गेहूं की खरीदी, खरीदे गये गेहूं का शतप्रतिशत भण्डारण और किसानों का शतप्रतिशत भुगतान कराने के निर्देश कलेक्टर ने मध्यप्रदेश सिविल सप्लाईज काॅर्पोरेशन के अधिकारियों को दिये।     
    
जिले में समर्थन मूल्य के तहत 76 हजार 510 मैट्रिक टन गेहूं की खरीदी की गई है। इसमें से 99.9 प्रतिशत गेहूं का भण्डारण गोदामों में किया जा चुका है।

The Naradmuni Desk

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