फाइनल ईयर की परीक्षा चौथी बार स्थगित, होम्योपैथी मेडिकल छात्र भुगत रहे खामियाजा


भोपाल
प्रदेश में शिक्षा का स्तर इस कदर बिगड़ रहा है कि चार साल में पूरा होने वाला स्टूडेंट्स का कोर्स छह साल में भी पूरा नहीं हो पाया है। मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर की गलती का खामियाजा आयुष मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले बीएचएमएस के 1800 स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है।

विश्वविद्यालय द्वारा बीएचएमएस के फाइनल ईयर की परीक्षा तीन बार स्थगित करने के बाद एक बार फिर स्थगित कर दी गई है। इसका असर यह होगा कि ये विद्यार्थी वर्ष 2023-24 में होने वाली एनटीए (राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा) परीक्षा नहीं दे पाएंगे और उन्हें डिग्री मिलने में देरी के साथ पीजी कोर्स के लिए एक साल अतिरिक्त इंतजार करना होगा। प्रदेश के एक शासकीय समेत 18 हौम्योपैथी कॉलेज के 2017-18 बैच के बीएचएमएस के फाइनल ईयर के एग्जाम अब तक नहीं हो सके हैं।

इनका कहना
परीक्षा कार्यक्रम विश्वविद्यालय तय करता है। थर्ड ईयर के परीक्षा परिणाम विश्वविद्यालय अब तक घोषित नहीं कर सका है। इसलिए बार-बार परीक्षा स्थगित की जा रही है। हम इसके लिए पत्र भी लिख चुके हैं।  
डॉ पीएनएल चौधरी, प्राचार्य, शासकीय होम्यौपैथी मेडिकल कॉलेज भोपाल

The Naradmuni Desk

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