रायपुर
एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने स्किल इंडिया कार्यक्रम के तहत 12 के छात्रों के लिए नया टेकली प्रोग्राम लाया है जिसमें आईटी और इंजीनियरिंग के छात्रों को 12 महीने का प्रशिक्षण देने के साथ ही उन्हें नौकरी के तैयार करेगा। एचसीएल में नौकरी करते हुए छात्र बिट्स पिलानी और सस्त्रा यूनिवर्सिटी में भी नामांकन करवा सकते हैं।
एचसीएल प्रवेश स्तर की आईटी नौकरियों के लिए तैयार करता है जहाँ उम्मीदवारों को इन नौकरियों के लिए 12 महीनों का विस्तृत प्रशिक्षण दिया जाता है और इसके साथ ही छात्रों को एचसीएल के प्रोजेक्ट पर इंटर्नशिप करने का मौका भी मिलता है। एचसीएल में नौकरी करते हुए छात्र, बिट्स पिलानी और सस्त्रा यूनिवर्सिटी जैसी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी द्वारा पेश किए जाने वाले ग्रेजुएशन डिग्री कार्यक्रम में भी नामांकन करवा सकते हैं। सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को नौकरी पर रखने और उन्हें करियर की शुरूआत में ही आर्थिक स्वतंत्रता हासिल करने में सक्षम बनाने के उद्देश्य के साथ एचसीएल ने इस कार्यक्रम की शुरूआत साल 2016 में की थी। अब तक, 3,000 से ज्यादा छात्रों ने सफलतापूर्वक टेकबी प्रोग्राम पूरा किया है और अब एचसीएल के साथ काम कर रहे हैं।
जिन छात्र उम्मीदवारों का टेकबी के लिए चयन किया जाता है उन्हें लाइव एचसीएल प्रोजेक्ट में इंटर्नशिप के दौरान 10,000 की छात्रवृत्ति दी जाती है। उच्च शिक्षा कार्यक्रम के लिए शुल्क एचसीएल की ओर से आंशिक रुप से भरा जाता है जो ग्रैजुएशन प्रोग्राम पर निर्भर करता है। एक वर्ष के टेकबी प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, छात्र सॉफ्टवेयर इंजीनियर, इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट, डिजाइन इंजीनियर या डिजिटल प्रोसेस असोसिएट्स की भूमिका जैसे चुनी गई नौकरी की भूमिका के अनुसार 1.70 - 20.20 लाख प्रति वर्ष का वेतन पा सकते हैं।
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