मध्य प्रदेश में भारी बारिश, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी तवा डैम के सभी 13 गेट खोले


 

भोपाल

मध्य प्रदेश में मानसून के प्रभावी होते ही प्रदेशभर में झमाझम बारिश का दौर जारी है। नदी-नाले उफान पर है और बांधों के गेट खोल दिए गए है।अगले 48 घंटों तक प्रदेशभर के कई जिलों में भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, इसके बाद शासन प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। एमपी मौसम विभाग ने सोमवार 15 अगस्त 2022 को 39 जिलों में भारी से अति बारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था। वही 4 संभागों में बिजली गिरने और चमकने का भी येलो अलर्ट जारी किया गया था ।

एमपी मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार 15 अगस्त को सभी संभागों में गरज चमक के साथ भारी से अति बारिश हुई है। इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुर, जबलपुर, सागर, शहडोल, भोपाल में भारी से अति भारी बारिश को देखते हुए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबलपुर सहित संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा होने व बिजली गिरने और कई स्थानों पर भारी से अतिभारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है।

एमपी मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में तटीय प. बंगाल और समीपवर्ती उत्तरी ओड़ीशा के पास अतिनिम्न दाब क्षेत्र बालासोर से 70 किमी पूर्व-उत्तर-पूर्व में सक्रिय है, जिसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर गतिमान रहने की संभावना बनी हुई है। वहीं उत्तरी अरब सागर में सक्रिय डिप्रेशन दुर्बल होकर निम्न दाब क्षेत्र के रूप में अवस्थित है। जबकि मानसून ट्रफ  गंगानगर-रोहतक से लेकर बांदा-सीधी और अम्बिकापुर होते हुए बंगाल की खाड़ी में डिप्रेशन की ओर विस्तृत है। साथ ही पश्चिम-मध्य अरब सागर से लेकर मध्य पाकिस्तान तक अन्य ट्रफ लाइन गुजर रही है और दक्षिणी गुजरात से महाराष्ट्र तट तक अपतटीय ट्रफ सक्रिय है।

एमपी मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बना अति निम्न दबाव क्षेत्र रविवार को अवदाब में बदल गया। खाड़ी में बंगाल के दीघा और उत्तरी ओड़ीसा के पास बनी यह मौसम प्रणाली तेजी से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़कर छत्तीसगढ़ की ओर आ रही है। आज यह उत्तरी पश्चिमी मप्र और राजस्थान की सीमा तक पहुंच जाएगा। प्रणाली के आगे बढ़ने से 15 अगस्त के बाद गतिविधयां बढ़ेगी और 17 अगस्त के आसपास तेज वर्षा का दौर मिलेगा फिर 18 अगस्त के बाद एक ओर वेदर सिस्टम एक्टिव होगा।

एमपी मौसम विभाग  के अनुसार,  अब मानसून अक्ष उत्तर की ओर आ रही है, इससे अगले 7 दिनों तक बारिश होगी क्याेंकि बंगाल की खाड़ी में हवाओं का चक्रवात 18 व 19 अगस्त में फिर बनेगा,नमी बढ़ाने से 22 अगस्त तक बारिश कराएगा। 17 अगस्त तक मानसून ट्रफ के सक्रिय होने और अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में बने रहने की संभावना है। 15 अगस्त के बाद भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, इंदौर समेत प्रदेश के कई हिस्सों में जोरदार वर्षा के आसार हैं। ग्वालियर में इस महीने की पहली भारी वर्षा 16 अगस्त को देखने को मिलेगी। प्रदेश में 18 अगस्त तक लगातार वर्षा का दौर जारी रहेगा। 15 अगस्त से भोपाल, नर्मदापुरम, होशंगाबाद, उज्जैन, इंदौर में भारी वर्षा शुरू हो है हैं।

अबतक की जिलेवार अपडेट
    नर्मदापुरम में सोमवार सुबह 6 बजे से तवा डैम के सभी 13 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। सभी गेट 16 फीट तक खोल दिए गए हैं।
    नर्मदापुरम के शोभापुर गांव में स्टेट हाईवे-22 पर बारिश का पानी भरा। हाईवे पर 2 घंटे से ट्रैफिक बंद ।
    उज्जैन में घाटों समेत शिप्रा लबालब । पार्वती नदी भी उफान पर है।
    शिवपुरी में बारिश ने बाढ़ जैसे हालात । श्योपुर में‎ सीप नदी उफन पर।‎ मुरैना में चंबल खतरे के निशान पर।

पिछले 24 घंटे का बारिश का रिकॉर्ड
पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बारिश मलाजखंड में और पचमढ़ी में 7-7 इंच हुई। मंडला में 5 इंच, सागर, सिवनी में 3-3 इंच, भोपाल और नरसिंहपुर में 2-2 इंच पानी गिरा। नर्मदापुरम, खजुराहो, उमरिया में डेढ़-डेढ़ इंच, सीधी, दमोह में एक-एक इंच, गुना, सतना, बैतूल, जबलपुर, नौगांव रीवा, ग्वालियर, रतलाम, धार, इंदौर, शिवपुरी और दतिया में भी बारिश हुई।

 

The Naradmuni Desk

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