आप सभी के धैर्य, लगन, कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण के समक्ष नतमस्तक हूँ -स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी


भोपाल

कोरोना महामारी की विषम परिस्थितियों में प्रदेश के चिकित्सकों, स्वास्थ्य-कर्मियों और फ्रंट लाईन वर्करों ने जनता की सेवा की है। उनके मोटिवेशन के लिए आज प्रदेश-स्तरीय वर्चुअल कार्यक्रम को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा कि मैं आप सभी के धैर्य, लगन, कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण के समक्ष नतमस्तक हूँ और गौरव का अनुभव कर रहा हूँ। उन्होंने कहा कि पिछले लगभग डेढ़ वर्ष से कोरोना वैश्विक महामारी से हमारा प्रदेश और देश ही नहीं बल्कि दुनिया का लगभग हर देश पीड़ित है। कोरोना महामारी की एक के बाद दूसरी लहर के आ जाने से हम सभी के समक्ष चुनौनियाँ बढ़ गई थी। आप लोगों के सहयोग से हम सभी ने पूरी दृढ़ता से इस संक्रमण का मुकाबला किया है। वर्चुअल कार्यक्रम में मंत्री डॉ. चौधरी ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों के साथ 'हम होंगे कामयाब एक दिन' गीतगाकरउत्साहवर्धन किया।

मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि कोई भी युद्ध जब लम्बा खिंच जाता है तो ऐसे में सैनिकों का उच्च मनोबल ही विजय का आश्वासन साबित होता है। इसी प्रकार आप सभी ने अपनी और अपने परिवारों की चिंता किये बगैर इन प्रतिकूल परिस्थितियों के बाद भी लोकहित में जो अमूल्य सेवायें दी है, उसके लिए मानवता सदैव आपकी ऋणी रहेगी। उन्होंने कहा कि यह समय हमारे प्रयासों को सतत् रखते हुए और भी ज्यादा सावधानियों का पालन करने का है, जिससे हम इस महामारी की संभावित तीसरी लहर को आने से रोक सकें। उन्होंने कहा कि इस महामारी के आगामी स्वरूप के प्रबंधन के लिए भी पहले से भी कहीं ज्यादा सशक्त ढ़ंग से अपने आप को तैयार करने की आवश्यकता है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि हमारे सफाई कर्मियों ने भी कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी है। उन्होंने कहा कि अस्पताल के अन्दर पीपीई किट पहन कर अपनी सेवायें देना बहुत ही कठिन और चुनौतीपूर्ण कार्य है। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि हमारे कुछ साथियों ने इस महामारी में बलिदान भी दिया है। इसके बाद भी सभी स्वास्थ्‍य कर्मी दृढ़ता से जनता के हित में कार्य पर अडिग रहे हैं। उन्होंने चिकित्सकों, स्वास्थ्य-कर्मी, फ्रंट लाईन वर्करों को कर्तव्यनिष्ठा, मेहनत और लगन से काम करने पर धन्यवाद दिया।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया गया है। चिकित्सालयों में ऑक्सीजन बेड और आई.सी.यू. बेड बढ़ाये गये हैं। मुख्यमंत्री चौहान के अथक प्रयासों से महामारी के समय ऑक्सीजन की आपूर्ति व्यवस्था प्रदेश ही नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों से भी की गई है, जो अपने आप में बड़ी चुनौती थी। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि घरों में आइसोलेट मरीजों का भी कोविड कमांड सेंटर के माध्यम से संपर्क कर उनका इलाज किया गया है। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं द्वारा गाँव-गाँव में डोर-टू-डोर जाकर सर्वे कर संक्रमितों की पहचान की गई है। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने गाँव-गाँव में कोरोना संक्रमण को समाप्त करने के लिए समिति बनाई और कोराना वॉलिंटियर तैयार कर गाँव के लोगों को जागरूक किया, जिससे प्रदेश की 20 से 21 हजार पंचायतें कोरोना मुक्त हो गई हैं।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए किये जा रहे टीकाकरण के लिए प्रदेश के 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के हर नागरिक को प्रेरित करना होगा। टीकाकरण ही संक्रमण के बचाव का एक उपाय मात्र है, जो इस युद्ध में हमारी जीत की गारंटी है। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि होने के नाते आप सभी आम नगरिकों के लिए रोल मॉडल हैं। आपकी पहल का अनुसरण पूरा समाज करता है। उन्होंने कहा कि अब धीरे-धीरे अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। ऐसे में हम सभी कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक अनुकूल व्यवहार जैसे हमेशा मास्क पहनना, आपस में 2 गज की दूरी रखना और हाथों को साबुन से बार-बार धोना का पालन लगातार सुनिश्चित करें और दूसरों से भी करवायें।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों के अधिकारी- कर्मचारियों ने भी इस महामारी के समय अपना योगदान दिया है। सभी के प्रति मैं हृदय से आभार प्रकट करता हूँ।

The Naradmuni Desk

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