ग्वालियर
इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टूरिज्म एंड ट्रेवल मैनेजमेंट (आइआइटीटीएम) में 108 भाषाओं में न्यू आफिशियल वेबसाइट और एक्वा एटलस का पर्यटन व संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने आनलाइन उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने शहर को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं करते हुए कहा ग्वालियर, झांसी, आगरा व मथुरा को जोड़कर टूरस्टि हाईवे मैप तैयार किया जाएगा। जिससे शहर में आने वाले पर्यटकों के लिए सुविधा होगी। वह रोड पर मैप के माध्यम से जल्द ही अपने डेस्टिनेशन पर पहुंच सकेंगे। साथ ही देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को भी आसानी होगी। शहर को टूरिस्ट हाईवे के रूप में देखा जा सकेगा। साथ ही जल्द ही ग्वालियर को गोल्डन ट्रायंगल बनाने की तैयारी है। जिसमें जबलपुर व झांसी को शामिल किया जा सकता है।
इस दौरान उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस पर शहरवासियों और पर्यटकों के लिए स्पेशल मूमेंट विथ पर्यावरण सेफ्टी की भी घोषणा की। जिसके तहत ग्वालियर घूमने आने वाले पर्यटक पर्यावरण में सहयोग देने के लिए अपनी इच्छानुसार पौधारोपण कर सकेंगे। जिसके लिए एएसआइ पूरी तरह पौधारोपण में मदद करेगा। एेसा पहली बार होगा जब किसी संस्थान की आफिशियल वेबसाइट से देश-विदेश की 108 भाषाओं में जानकारी ली जा सकेगी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल उपस्थित रहे। जिन्होंने वेबसाइट का उद्घाटन करते हुए कहा कि अब देश के साथ विदेश के विद्यार्थी भी आइआइटीटीएम ग्वालियर सहित अन्य केंद्रों में भी एमबीए (टीटीएम) व बीबीए (टीटी) कोर्स में प्रवेश ले सकेंगे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में पर्यटन मंत्रालय के सचिव आइएएस अरविंद सिंह, संयुक्त सचिव राकेश वर्मा, एडीजी रूपिंदर बरार, पर्यटन मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार ज्ञान भूषण सहित संस्थान डायरेक्टर प्रो. आलोक शर्मा सहित अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।
यह शहर के लिए गर्व की बात होगी, क्योंकि अब संस्थान में विदेशी विद्यार्थी भी पढ़ने के लिए प्रवेश ले सकेंगे। उनके लिए फिलहाल 55 सीट्स रखी गई हैं। इस सत्र से प्रवेश प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। जिसमें भूटान, नेपाल जैसे पड़ोसी देशों के विद्यार्थी प्रवेश ले सकेंगे। विदेशी विद्यार्थी सिर्फ एमबीए में ही प्रवेश ले सकेंगे। साथ ही इस दौरान अतुल्य भारत पर्यटक सुविधाकर्ता प्रमाणन के सात दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम का शुभारंभ किया गया। ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए अभी तक 7456 प्रतिभागी अपना पंजीयन करा चुके हैं।
नए सत्र से विदेशी विद्यार्थी भी अध्ययन करने आएंगे। जिसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। संस्थान में ही उनके लिए अलग से ही इंटरनेशनल लेवल का हास्टल भी तैयार किया जा चुका है। साथ ही विदेशी विद्यार्थियों के लिए खाने के साथ रहने की भी अलग से व्यवसथा रहेगी। उनके खान-पान के लिए अलग से मैन्यू तैयार किया जाएगा। उसके लिए अलग से किचन भी तैयार की जा चुकी है। जिसमें हर तरह के इक्यूपमेंटस लगाए जा रहे हैं।
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