कोलकाता
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने शहीद दिवस के मौके पर देश के कई राज्यों में एक वर्चुअल रैली को संबोधित किया। रैली के दौरान ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा पूरे देश से साफ नहीं हो जाती, तब तक सभी राज्यों में खेला होगा। पश्चिम बंगाल में एक बड़ी जीत हासिल करने के बाद अब ममता दीदी की नजर दिल्ली की सत्ता पर है। टीएमसी समेत तमाम विपक्षी दल अब एकजुट होकर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार को घेरने में लग गए हैं। रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश को अंधकार में धकेल दिया है।
उनका यह भाषण तमिलनाडु, दिल्ली, पंजाब, त्रिपुरा, गुजरात और यूपी में अलग-अलग भाषाओं में टेलीकास्ट किया गया। 'खेला होबे' टीएमसी का वही चुनावी नारा है जिसे उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा में जोर-शोर से उठाया था और प्रचंड जीत हासिल की थी। माना जाता है कि इस नारे ने लोगों को ममता सरकार की ओर खूब आकर्षित किया था। रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 16 अगस्त को 'खेला दिवस' मनाया जाता है। हम इस बार इस दिन को गरीब बच्चों को फुचबॉल बांटकर मनाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि जब तक बीजेपी पूरे देश से साफ नहीं हो जाती तब तक 'खेला' होगा। पेगासस स्पाइवेयर विवाद को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि भाजपा भारत को लोकतांत्रिक देश के बजाय निगरानी राज्य बनाना चाहती है।
उन्होंने कहा, 'मैं जानती हूं कि मेरा फोन टैप किया जा रहा है। सभी विपक्षी नेता जानते हैं कि उनका फोन टैप हो रहा है। मैं एनसीपी नेता शरद पवार जी या अन्य विपक्षी नेताओं या मुख्यमंत्रियों से बात नहीं कर सकता क्योंकि केंद्र द्वारा हमारी जासूसी की जा रही है। लेकिन हमारी निगरानी कर वे 2024 के लोकसभा चुनावों में खुद को बचा नहीं पाएंगे।' टैक्स का पैसा जासूसी करने में हो रहा खर्च ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि तेल पर जो टैक्स वसूला जाता है वह पैसा बीजेपी अपने विरोधियों की जासूसी करने में खर्च कर रही है।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और न्यायधीशों की पेगासस स्पाईवेयर के माध्यम से निगरानी करने के मामले का संज्ञान लेने का आग्रह किया। उनका यह बयान उस मीडिया में आईं उन खबरों पर हो रहे विवाद के बाद आया है जिनमें कहा गया है कि इस्राइली स्पाइवेयर पेगासस के माध्यम से कई बड़े नेताओं की जासूसी की जा रही है। द वॉयर की एक रिपोर्ट में कहा गया कि पेगासस के माध्यम से राहुल गांधी, पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा, हाल ही में नियुक्त रेलवे, संचार और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और जूनियर जल शक्ति मंत्री प्रह्लाद पटेल के साथ चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की कथित तौर पर निगरानी की गयी।
पश्चिम बंगाल में अपनी पार्टी की जीत पर उन्होंने कहा कि हमने कई चुनौतियों का सामना कर इस जीत को हासिल किया है। इस जीत के लिए मैं अपने राज्य के लोगों और देशवासियों को बधाई देती हू्ं। इन चुनावों में हमने पैसा, बाहूबल, माफिया ताकत और तमाम एजेंसियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। वर्चुअल माध्यम से दिल्ली से उनकी रैली से जुड़ने के लिए उन्होंने कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना और अन्य पार्टियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने भाजपा विरोधी सभी ताकतों से एकजुट होने का भी आह्वान किया।
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