गोरखपुर
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पहली बार अपने राजनीतिक जीवन में विधानसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। उन्होंने गोरखपुर शहर सीट से लड़ने का फैसला लिया है और भाजपा के कार्यकर्ता उनकी जीत तय करने के लिए जुटे हैं। लेकिन इस बीच उनके बनाए संगठन हिंदू युवा वाहिनी ने भी कमान संभाल ली है। इस संगठन की स्थापना उन्होंने 2002 में की थी, जिसका पूर्वी यूपी के कई जिलों में असर देखने को मिलता है। वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने योगी आदित्यनाथ के चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है। भले ही यहां वोटिंग में अभी एक महीने से ज्यादा का वक्त है, लेकिन प्रचार तेजी से शुरू हो चला है। वाहिनी के लोगों का कहना है कि उनकी ओर से फिजिकली और वर्चुअली दोनों ही मोड में प्रचार शुरू हो चुका है।
हिंदू युवा वाहिनी के नेताओं की रोज मीटिंग्स हो रही हैं और यह रणनीति बनाई जा रही है कि कैसे महाराज जी को जीत दिलाई जाए। वाहिनी के गोरखपुर के समन्वयक ऋषि मोहन वर्मा ने कहा कि यहां से महाराज जी लड़ रहे हैं। इसलिए हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है। हमारा पूरा फोकस सोशल मीडिया कैंपेन पर है। हमारी आईटी टीमें राज्य सरकार की ओर से किए गए कामों का प्रचार करने में जुटी हैं। यही नहीं वाहिनी का यह अभियान पूरी तरह से भाजपा से अलग चल रहा है। वर्मा ने भाजपा से तालमेल को लेकर कहा कि हम लोग अलग-अलग काम कर रहे हैं, लेकिन हमारा मकसद एक ही है कि योगी जी को जिताना है। हम चुनाव में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ से कितना गहरा है हिंदू युवा वाहिनी का रिश्ता
सीएम योगी आदित्यनाथ ने ही 2002 में इस संगठन की स्थापना की थी। हिंदू संस्कृति, गोरक्षा और अछूत प्रथा के खिलाफ उन्होंने इस संगठन को स्थापित किया था। गोरखपुर जिले के अलावा कुशीनगर, संत कबीर नगर, महाराजगंज, मऊ, बलरामपुर और श्रावस्ती में इसका असर है। हालांकि 2017 में सीएम योगी आदित्यनाथ जब सीएम बने, तब से इसकी मेंबरशिप में तेजी से इजाफा देखने को मिला। हालांकि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस संगठन से जुड़े लोगों को नसीहत दी थी कि वे लो-प्रोफाइल ही रहें। वाहिनी के एक नेता ने कहा कि हमने बीते 5 सालों में सरकार की ओर से किए गए कामों को जनता तक पहुंचाया है। वाहिनी के नेता ने कहा, 'हम भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। काम बांट दिया गया है। महाराज जी की लीडरशिप में हम हर विधानसभा में काम कर रहे हैं। हम सिर्फ महाराज जी के लिए ही नहीं बल्कि भाजपा के लिए भी काम कर रहे हैं।'
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