रायपुर
अखिल विश्व गायत्री परिवार रायपुर छत्तीसगढ़ के द्वारा आयोजित वृक्ष गंगा अभियान का आॅनलाइन के माध्यम से महापौर एजाज ढेबर ने शुभारंभ किया। इस दौरान गायत्री परिवार के परिजन, प्रबुद्ध जनों व विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ चर्चा की गई। वेबिनार को संबोधित करते हुए पेड़ पौधों का हमारे जीवन में महत्व को विस्तार से बताते हुए महापौर ढेबर ने प्रदेश के आम नागरिकों से अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने एवं उन वृक्षों की देखरेख व संरक्षण करने की बात कही। मुख्य वक्ता डॉ. कृष्ण कुमार साहू, प्रमुख वैज्ञानिक, इंदिरा कृषि विश्व विद्यालय रायपुर,मती पुष्पा साहू हरीयाली दीदी, राष्ट्रीय नवाचारी कृषक सम्मान प्राप्त, दिलीप पाणिग्रही जी, जोन समन्वयक गायत्री परिवार छत्तीसगढ़ उपस्थित थे।
डॉ. कृष्ण कुमार साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ में रिक्त 20 प्रतिशत बंजर भूमि पर कैसे भूमि व जल प्रबंधन के द्वारा वैज्ञानिक तरीके से बंजर भूमि को उपजाऊ उत्पादनशील जमीन बनाते हुए वृक्षारोपण किया जा सकता है इस प्रकार के वृक्षारोपण से लोगों को रोजगार में भी सहायता मिल सकती है। उन्होंने बताया कि इस हेतु उन्होंने ऊपरवारा गांव में हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के पास खाली पड़ी हुई बंजर भूमि में 25 हेक्टेयर जमीन पर अनुसंधान कार्य भी किया और वर्तमान में वहां जो बंजर भूमि पर जो खाली और सुखी पड़ी थी आज वहां हरियाली की छटा बिखरी हुई है साथ ही यह भी बताया कि वृक्षारोपण के उपरांत भी जो खाली जमीन बच जाती है उस पर कैसे दलहन और तिलहन के बीज लगाकर स्थानीय निवासियों का रोजगार के साधन उपलब्ध कराए जा सकते हैं एवं वर्तमान में शहर के अनेक स्थानों पर रिक्त भूखंडों पर वृक्षारोपण कर दिया जाए तो स्वयं के लिए एवं आने वाले पीढ़ी के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।
श्रीमती पुष्पा साहू जिन्हें वर्ष 2017 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के द्वारा नवाचारी कृषक सम्मान से सम्मानित किया गया है ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में शहर के अलावा गांव की महिलाएं भी अपने घरों में किचन गार्डन के द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम को आगे बढ़ा सकती हैं इसमें घरों की छतों में ही फल फूल एवं औषधि पौधों को किस प्रकार से लगाया जाता है की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में रासायनिक उर्वरक के माध्यम से उत्पादित फल एवं सब्जियों के सेवन से मनुष्य को तो नुकसान होता ही है साथ ही पर्यावरण का प्रदूषण भी होता है। इससे बचने के लिए घरों में ही जैविक खेती कर किचन गार्डन लगाया जा सकता है। वे अपने घर की छत में ही विभिन्न प्रकार के मौसमी फल जैसे सेव मोसंबी सीताफल नींबू मुनगा एवं फूलदार तथा औषधी पौधे लगाएं हैं तथा लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करती हैं ताकि घर के किचन गार्डन में लगाए गए पेड़ पौधों से भी पर्यावरण संतुलन बना रहे।
इसी क्रम मे दिलीप पाणिग्रही जोन समन्वयक गायत्री परिवार छत्तीसगढ़ ने विश्व शांति हेतु ग्लोबल वार्मिंग से बचाव के लिए वृक्षारोपण के महत्व को बताते हुए कहा की इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण एवं नागरिकों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाना है ताकि हमारे आसपास का वातावरण स्वच्छ एवं शुद्ध रहे साथ ही आने वाली पीढ़ी को भी प्रदूषण मुक्त शुद्ध आॅक्सीजन मिलता रहे एवं उन्हें संकट से बचाया जा सके। अंत मे सबने मिलकर वृक्षारोपण बढ़ाने एवं पर्यावरण को बचाने व सुधारने का संकल्प लिया गया।
वेबिनार के उपरांत एजाज ढेबर, महापौर, नगर निगम रायपुर,मती मीनल चौबे, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम, एम आई सी के सदस्यगण, विभिन्न वार्डों के पार्षदगण, डॉ के.के.साहू, कृषि वैज्ञानिक,मती पुष्पा साहू हरियाली दीदी एवं गायत्री परिवार के परिजनों द्वारा नगर निगम के अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ मिलकर नगर निगम रायपुर के भवन की छत में नवाचार कृषि तकनीक को अपनाने व जन जन तक पहुचाने के लिए फलदार पौधरोपण भी किया गया। कार्यक्रम में गायत्री परिवार के उपजोन समन्वयक सी.पी. साहू के अलावा सुखदेव देवांगन, अमित डोये, डॉ घनश्याम पटेल, प्रज्ञा प्रकाश निगम, घनश्याम केशरवानी, राजेश शर्मा, गंगाराम सूर्यवंशी आदि परिजन उपस्थित थे।
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