भोपाल
मध्य प्रदेश पुलिस अपने डॉग स्क्वॉड को स्वस्थ रखने के लिए इस साल ज्यादा रकम खर्च कर रही है। डॉग स्क्वॉड के लिए सात लाख रुपए की दवाएं खरीदने की तैयारी की जा रही है। यह दवाईयां किसी श्वान को बीमारी होने पर तत्काल उपलब्ध कराकर दी जाएगी।
प्रदेश पुलिस ने इस साल अपने डॉग स्क्वॉड में देसी नस्ल के श्वानों को भी जगह दी है। इन्हें स्क्वॉड में शामिल करने के कुछ दिन बाद ही 10 से ज्यादा श्वानों की मौत हो गई थी। इसके बाद यह तय हुआ कि डॉग स्क्वॉड में शामिल सभी श्वानों की हेल्थ को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी, साथ ही दवाओं आदि में फंड एवं बजट की कमी नहीं आने दी जाएगी। इसके चलते अब 23 वीं बटालियन अपने डॉग स्क्वॉड के लिए सात लाख रुपए तक की दवाएं खरीद सकती है। राज्य पशु चिकित्सालय के डॉक्टर जो दवाएं लिखेंगे उनके अनुसार बटालियन यह दवाएं खरीदेगा। 31 मार्च 2022 तक वह सात लाख रुपए दवाओं पर खर्च कर सकती है।
मध्य प्रदेश में 23वीं बटालियन के डॉग स्क्वॉड में 157 कुत्ते हैं। इनमें से 36 मुख्यालय पर हैं। इन सभी की प्रजाति विदेशी है। इनमें लेब्रोडोर, जर्मन शेफर्ड, डाबरमैन, कोकर स्पेनियल, बेल्जियम मेलेनाइस जैसी प्रजातियों के कुत्ते हैं। वहीं दो दर्जन के करीब कुछ महीनों पहले देसी कुत्तों को यहां पर ट्रैनिंग के लिए लाया गया था। इनमें से कुछ की मौत हो गई, जबकि बाकी के डॉग ट्रैनिंग कर रहे हैं। देसी और विदेशी डॉग मिलाकर लगभग पौने दो सौ का डॉग स्क्वॉड प्रदेश पुलिस के पास है।
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