एमएसपी बढ़ोत्तरी को लेकर छग में गरमाई राजनीति


रायपुर
केन्द्र सरकार द्वारा एमएसपी बढ़ाये जाने के बाद कांग्रेस-भाजपा में एक बार फिर सियासी बयानबाजी गरमा गया है। 72 रुपए एमएसपी बढ़ोत्तरी को छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे अपर्याप्त बता रहे हैं। उनके अनुसार जिस हिसाब से महंगाई बढ़ी है कम से कम 210 रुपए बढऩा था। वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इसे खारिज करते हुए केन्द्र के फैसले का स्वागत किया है। बल्कि राज्य सरकार से कहा कि अब वे धान पर 2500 रुपए से ज्यादा की राशि किसानों को देने का ऐलान करें।

चौबे ने कहा है कि किसानों पर कोरोना की मार, महंगाई का वार और मोदी सरकार भारी पड़ी है. किसानों के खाते में 20 नया पैसा भी कोरोना काल में नहीं आया.मोदी सरकार ने एक देश एक बाजार की बात कही थी, पूरी योजना विफल रही.किसानों के फसल खेत में पड़े पड़े ही सड़ गए, लॉजिस्टिक चेंज टूट गया.अगर महंगाई के अनुसार एमएसपी बढ़ाया जाता तो 210 रुपये बढऩा था. सरकार ने सिर्फ 72 रुपये एमएसपी बढ़ाकर ठगने का काम किया है.डीजल की कीमत में सरकार ने 30 रुपये की वृद्धि की है. किसानों को सिर्फ डीजल की वजह से 1600 रुपये प्रति एकड़ भार पड़ रहा है.केंद्र की नीतियों की वजह से किसानों पर 2 हजार रुपए बोझ बढ़ा है.इसी के अनुरूप किसानों के लिए एमएसपी बढ़ाया जाना था.छत्तीसगढ़ के परिपेक्ष्य में 72 रुपये की वृद्धि उंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है. केंद्र सरकार डीएपी की आपूर्ति कर पाने में लगातार विफल साबित हो रही है.केंद्र की नीतियों की वजह से छत्तीसगढ़ में भी खाद का संकट नजर आने लगा है.डीजल में 30 रु तक का इजाफा हुआ है किसानों की लागत बढ़ी है और इसकी वजह से 1600 रु का अतिरिक्त भार पड़ा है.खाद की कीमत में वृद्धि मिला दे तो 2000 रु की लागत वृद्धि हुई है.खाद का संकट आ सकता है.राज्य के साथ भेदभाव नही करना चाहिए।

इधर समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक कहा है कि एमएसपी बढ़ाने से किसानों को लाभ मिलेगा। केन्द्र सरकार प्रतिवर्ष धान के एमएसपी में वृद्धि कर रही है। राज्य सरकार किसानों को 25 सौ रुपए से ज्यादा की राशि दें।

बता दें कि केंद्र सरकार ने बुधवार को खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य का ऐलान कर दिया। पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में धान का समर्थन मूल्य 72 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया गया। 2021-22 के दौरान इसका एमएसपी अब 1940 रुपए प्रति क्विंटल होगा। बैठक में दलहन, तिलहन और अनाजों के एमएसपी में खासी बढ़ोतरी की गई है। सबसे ज्यादा एमएसपी तिल का बढ़ाया गया है। तिल के एमएसपी में 452 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।

The Naradmuni Desk

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