प्रायमरी संविदा शिक्षक और आरक्षक भर्ती परीक्षा की तारीख अब तक घोषित नहीं


भोपाल
प्रोफेशनल एग्जािमनेशन बोर्ड (पीईबी) ने अब तक प्रायमरी संविदा शिक्षक और आरक्षक भर्ती परीक्षा की तारीख अब तक घोषित नहीं कर सका है। वहीं पीईबी द्वारा 11 व 12 फरवरी को कृषि विभाग की परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन अभी इसके रिजल्ट जारी नहीं हो सका है। इस कारण कुछ उम्मीदवारों ने परीक्षा निरस्त कराने की मांग की है। वहीं एनएसयूआई ने तकनीकी शिक्षा मंत्री यशोधरा सिंधिया से परीक्षा निरस्त करने के साथ जांच कराने की मांग की है।

पीईबी ने अभी तक आरक्षक भर्ती परीक्षा और प्रायमरी संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा कराने की तिथि घोषित नहीं की है। ये परीक्षा पीईबी अध्यक्ष केके सिंह के सेवानिवृत्त होने के बाद ही आयोजित कराई जा सकती हैं। वे 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। वे परीक्षा आयोजित कराकर कोई जोखिम उठाना नहीं चाहते हैं, इसलिए उन्होंने छह माह बीतने के बाद भी परीक्षाओं का कोई कार्यक्रम जारी नहीं किया है।

एनएसईआईटी द्वारा पूर्व में ली गई परीक्षाओं को लेकर विवाद आज भी बरकरार है। जेल प्रहरी की परीक्षा में हुई गडबडी पर अभी तक पीईबी जुर्माना फाइनल नहीं कर सका है। वहीं फरवरी में हुई कृषि विस्तार और कृषि विकास अधिकारी भर्ती परीक्षाओं के रिजल्ट जारी नहीं हो सके हैं, जबकि रिजल्ट जारी होने के पहले एक दर्जन विद्यार्थियों को योग्यता से ज्यादा अंक सार्वजनिक हो चुके हैं। इसकी जांच भी अध्यक्ष दो माह में पूरी नहीं करा सके हैं। जांच कमेटी में भी पीईबी द्वारा अयोग्य उम्मीदवारों को रखा गया था। इसके बाद भी वे जांच कराकर कंपनी और व्यापमं के अधिकारियों पर कोई एक्शन नहीं ले सके हैं।

कृषि परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवारों में से कुछ ने कृषि मंत्री कमल पटेल को आधा दर्जन बिंदुओं की जांच कराने का पत्र सौंपा है। इसमें एनएसईआईटी को ब्लैक लिस्ट, व्यापमं अध्यक्ष सिंह के सेवानिवृत्त होने के पहले कृषि विस्तार अधिकारी भर्ती निरस्त, इंदौर कृषि कालेज को विश्वविद्यालय में परिवर्तित करने, मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं में नियुक्ति कर मृदा परीक्षण चालू करने और निजी कृषि कालेज भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के नियमानुसार संचालित कराया जाए सीटों की संख्या सीमित की जाए कृषि शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाया जाए।

The Naradmuni Desk

The Naradmuni Desk

The Naradmuni-Credible source of investigative news stories from Central India.