भोपाल
प्रदेश के विश्वविद्यालय और कॉलेजों में पढ़ाने वाले करीब 80 प्रोफेसर की कोरोना से ग्रसित होकर मृत्यु हो चुकी है। इसके अलावा तीन दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों की मृत्यु हुई है। यहां तक डेढ़ हजार कुलपति, रजिस्ट्रार, प्रोफेसर, अतिथि विद्वान सहित अन्य कर्मचारी उपचार लेकर स्वस्थ्य हो चुके हैं। कोरोना से बचने के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है, इसलिए प्रोफेसर और कर्मचारियों ने वैक्सीनेशन में दिलचस्पी दिखाई है। उच्च शिक्षा विभाग में सभी ने काफी तेजी से वैक्सीनेशन कराया है। क्योंकि पूरे विभाग में करीब 15 हजार नियुक्तियां हैं, जिसमें से करीब पचास फीसदी शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए वैक्सीनेशन कराया है।
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