प्रत्येक विक्रित यूनिट की वसूली सुनिश्चित की जाए : एमडी मिश्रा


 भोपाल

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने कहा है कि बिजली के प्रत्येक विक्रित यूनिट के मूल्य की समय-सीमा में वसूली की जाए। विक्रित यूनिट को बढ़ाने के हरसंभव प्रयास किये जाने चाहिए। प्रति यूनिट नगद राजस्व वसूली को बढ़ाने वाले संभागों को कंपनी प्रशस्ति पत्र प्रदान करेगी। खरीफ की फसल में मूंग और धान का रकबा बढ़ गया है इसलिए कृषि क्षेत्र में इनपुट को देखते हुए अस्थाई कनेक्शनों की संख्या को गत वर्ष की तुलना में लगातार बढ़ाया जाए। राजस्व वसूली की कार्यवाही के लिए बकायादार उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने यह बात कंपनी मुख्यालय में भोपाल एवं ग्वालियर रीजन की वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से आयोजित समीक्षा बैठक में मैदानी अधिकारियों से कही।

प्रबंध संचालक ने कहा कि बिजली चोरी पर प्रभावी अंकुश लगाया जाए। उन्होंने कहा कि आर्मड गार्ड (भूतपूर्व सैनिक) का ग्वालियर-चंबल संभाग में रात्रि कालीन पेट्रोलिंग बढ़ाकर प्रभावी उपयोग किया जाए। आर्मड गार्ड को विजिलेंस अमले के साथ भेजकर राजस्व वसूली को बढ़ाया जाए। उपभोक्ताओं के खराब तथा जले मीटरों को तत्काल बदला जाए। बिजली चोरी के मामले विशेष न्यायालयों में दायर किये जाएं। उन्होंने कंपनी कार्यक्षेत्र के मैदानी अधिकारियों को स्पष्ट किया कि उनकी परफॉरमेंस इस प्रकार से होनी चाहिए कि उसके परिणाम राजस्व वृद्धि में दिखना चाहिए। नियमानुसार स्थाई रूप से विच्छेदित (पीडीसी) बकायादार उपभोक्ताओं से वसूली के लिए प्रयास तेज किये जाएँ और इस संबंध में भू-राजस्व संहिता के अंतर्गत कुर्की की कार्यवाही की जाए।

प्रबंध संचालक मिश्रा ने कहा कि स्पॉट बिलिंग की व्यवस्था को मजबूत बनाया जाए ताकि उपभोक्ताओं को सही समय पर सही देयक प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि ‘‘सकल तकनीकी एवं वाणिज्यिक हानियों‘‘ में कमी लाने के लिए व्यापक स्तर पर काम करने की जरूरत है। सतर्कता चैकिंग तथा बिजनेस इंटेलीजेंस सेल की गतिविधियां बढ़ाने की जरूरत है। हानियों में कमी लाने के लिए विजिलेंस चेकिंग, लोड के अनुसार संयोजित कनेक्शन, थेफ्ट प्रोनएरिया में चेकिंग, प्रत्येक उच्चदाब उपभोक्ता को जल्दी कनेक्शन और नए कनेक्शन के लिए अभियान एवं इनर्जी ऑडिट आदि गतिविधियों को सघनता से चलाने की जरूरत है। फीडरों का इनर्जी ऑडिट सतत् प्रक्रिया का हिस्सा होना चाहिए। अस्थाई कनेक्शनों को स्थाई कनेक्शनों में बदलने का अभियान चलाना जरूरी है। उच्चदाब उपभोक्ताओं के परिसर में खराब मीटरिंग प्रणाली को अतिशीघ्र बदला जाए और सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं को नए कनेक्शन आसानी से तुरंत स्वीकृत किए जाएँ। इन सब कार्यों से बिजली के उपयोग के प्रत्येक यूनिट की गणना हो सकेगी।

The Naradmuni Desk

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