नई दिल्ली
कोरोना काल की विषम परिस्थितियों में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर रही भाजपा संगठन के जरिए हर विधायक की रिपोर्ट लेगी। यह रिपोर्ट तीन श्रेणियों में होगा, जिसमें विधायकों के प्रदर्शन को तीन श्रेणियों में बांटकर आकलन किया जाएगा। बाद में सरकार और निजी एजेंसियों से भी विधायकों के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी।
उत्तर प्रदेश का विधान सभा चुनाव भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हाल के पंचायत चुनाव ने पार्टी की चिंता बढ़ाई हुई है। इसलिए वह बेहद सतर्कता के साथ आगे बढ़ रही है। पार्टी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने हाल में लखनऊ का दौरा कर राज्य सरकार के मंत्रियों और प्रमुख नेताओं से चर्चा भी की थी। अब संगठन से हर विधायक के बारे में फीडबैक लिया जा रहा है। इस फीडबैक को बाद में तीन श्रेणियों में विभाजित किया जाएगा, जिसमें बेहतर स्थिति, औसत स्थिति और असंतोषजनक स्थिति का आकलन किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, भाजपा नेतृत्व अपने इस आकलन से जिन विधायकों का प्रदर्शन औसत श्रेणी में आएगा, उनको अगले छह महीने में उसमें सुधार करने और जनता के बीच ज्यादा से ज्यादा समय देने और काम तेज करने को कहा जाएगा। जिनका प्रदर्शन असंतोषजनक पाया जाएगा, वहां पर पार्टी दूसरे विकल्पों पर भी विचार करेगी। सूत्रों का कहना है कि संगठन स्तर की इस कवायद के बाद पार्टी निजी एजेंसियों के जरिए भी विधायकों के बारे में जानकारी हासिल करेगी। साथ ही वह सरकार के जरिए भी विधायकों की सक्रियता और प्रदर्शन की रिपोर्ट हासिल करेगी।
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