भोपाल
सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय सांची स्थित नये परिसर में शिफ्ट हो गया है। 2015 से संस्कृति विभाग पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार के बारला ग्राम के गेस्ट हाउस में संचालित हो रहा था। संस्कृति विभाग ने छह साल में उन्हें करीब पांच करोड रुपये का किराया चुका है।
सांची विवि अब सांची से ही संचालित होगा। अपनी स्थापना से लेकर आज वह पूर्व मंत्री शेजवार के बारला गेस्ट हाउस में संचालित होता आया है। वर्तमान में विवि संचालित करने संस्कृति विभाग पूर्व मंत्री शेजवार को करीब सात लाख रुपए का मासिक किराया अदा करता था। इससे विभाग की काफी राशि खर्च हो रही थी। इसलिए संस्कृति विभाग ने पर्यटन निगम की सांची में तैयार भवन को किराये पर लेने का निर्णय लिया है। इसका मासिक किराया करीब साढे तीन लाख बताया गया है। इससे विभाग को पचास फीसदी किराये से राहत मिलेगी। वहीं शासन की राशि शासन के पास पहुंच जाएगी।
अब सलामतपुर में सांची विवि का भवन जब तक तैयार नहीं हो जाता है। तब तक सांची विवि पर्यटन निगम की इमारत से संचालित होगा। सांची विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ नीरजा ए गुप्ता ने वैदिक एवं बौद्ध परंपरा के अनुसार पारंपरिक पूजा कर नए परिसर की शुरूआत की। इस मौके पर कुलसचिव अदिति कुमार त्रिपाठी, असिस्टेंट रजिस्ट्रार वंदना जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सभी विधि संचालित की गई। विवि सांची में होने से पर्यटकों एवं अन्य लोगों को भी सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय से संपर्क का मौका मिलेगा।
किराये के लिये यू-टर्न
पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार रायसेन के बारला ग्राम में अपने कैंपस में चलने वाले संस्कृति विभाग के सांची विवि का सात लाख रुपए का किराया प्रतिमाह वसूल रहे थे। प्रदेश में 2017 में कांग्रेस सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ सांची विवि का स्थान परिवर्तन कर रहे थे। तब पूर्व मंत्री सेजवार ने अप्रैल 2019 में एक रूपए प्रतिमाह के हिसाब से किराया लेने का प्रस्ताव दिया था। मार्च 2020 में कांग्रेस सरकार का पतन हो गया है भाजपा सरकार वजूद में आ गई, तो उन्होंने एक रुपए दिया मासिक किराया का प्रस्ताव वापस ले लिया और वे संस्कृति विभाग से सात लाख रुपए का मासिक लेना शुरू कर दिया था। संस्कृति विभाग ने उनके किराये के भवन को छोड दिया है।
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