भारत और चीन के बीच दखल ना दे तीसरी ताकत-राष्ट्रपति पुतिन


नई दिल्ली


रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और चाइनीज राष्ट्रपति शी जिनपिंग जिम्मेदार नेता हैं और दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने में सक्षम हैं। रूसी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि दोनों के बीच किसी तीसरी ताकत को दखल नहीं देनी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत और चीन किसी समाधान पर पहुंचने में सफल रहेंगे।

एक ट्रांसलेटर के जरिए पीटीआई से वर्चुअल इंटरव्यू में पुतिन ने कहा, ''हां, मैं जानता हूं कि भारत और चीन के बीच कुछ मुद्दे हैं, पड़ोसी देशों के बीच अक्सर ऐसा होता है, लेकिन मैं प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति के व्यवहार के बारे में जानता हूं। ये बहुत जिम्मेदार नेता हैं और ईमानदारी से एक दूसरे के साथ अत्यंत सम्मान के साथ पेश आते हैं। मुझे विश्वास है कि वे किसी भी मुद्दे पर एक समाधान तक पहुंच सकते हैं।''  

तीसरे देश की मध्यस्थता की जरूरत को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, ''यह महत्वपूर्ण है कि कोई तीसरी ताकत उनके बीच दखल ना दे।'' रूसी राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब दोनों देशों के बीच एक साल से अधिक समय से टकराव चल रहा है। पिछले साल जून में दोनों देशों की सेना में खूनी झड़प हो चुकी है और कई दौर की बातचीत के बावजूद पूरी तरह सैनिक पीछे नहीं हटे हैं।

पुतिन ने क्वाड के गठन पर कहा कि रूस किसी भी राष्ट्र के किसी पहल में शामिल होने का आकलन नहीं कर सकता, लेकिन किसी साझेदारी का लक्ष्य किसी के खिलाफ नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के साथ रूस की भागीदारी और मॉस्को-बीजिंग के संबंधों के बीच कोई 'विरोधाभास' नहीं है, भारत-रूस का संबंध विश्वास पर आधारित है।

The Naradmuni Desk

The Naradmuni Desk

The Naradmuni-Credible source of investigative news stories from Central India.