इलेक्शन जैसी वैक्सीनेशन प्लानिंग, एक दिन-एक गांव का टीकाकरण


भोपाल
कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर अधिकतम लोगों का वैक्सीनेशन कराने के लिए कई जिलों में कलेक्टरों ने इलेक्शन मोड में काम करने की प्लानिंग की है। इन कलेक्टरों ने ग्रामीणों को फोकस किया है और इन्हें समझाइश देने के लिए गांव में बनी क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी का भी सपोर्ट लेंगे। इतना ही नहीं कलेक्टर वैक्सीनेशन के दौरान गांवों में पात्र परिवारों को मौके पर ही आयुष्मान कार्ड बनाकर भी देने का प्लान तैयार कर चुके हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए 12 साल से कम उम्र के बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन कराने का फैसला किया है। इसके मद्देनजर जिलों में कलेक्टरों द्वारा ऐसे लोगों की रिपोर्ट एकत्र कराने का काम शुरू कर दिया गया है, जिनके बच्चे 12 साल से छोटे हैं ताकि उन्हें वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी जा सके। इसके साथ ही अधिकतम वैक्सीनेशन पर फोकस करते हुए शहरी इलाकों के साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के बीच ठीक उसी तर्ज पर प्रचार-प्रसार कराने की तैयारी है जैसे चुनाव के दौरान घर से निकलकर वोट डालने और अधिकतम वोटिंग के लिए पंपलेट्स और मुलाकात के जरिये प्रचार किया जाता है।

पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा ने तो इसके लिए कुछ गांवों को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चिन्हित कर उन गांवों में प्रचार कराना शुरू कर दिया है और एक दिन टीम भेजकर पूरे गांव का वैक्सीनेशन कराने की तैयारी में हैं। मिश्रा के मुताबिक वे चाहते हैं कि एक सप्ताह में वैक्सीनेशन के लिए शेष बचे लोगों का प्रथम दौर का जिले भर का वैक्सीनेशन कम से कम 25 से तीस फीसदी तक करा लिया जाए ताकि एक से दो माह के भीतर टारगेट पूरा करने में मदद मिल सके। इसकी सफलता के लिए गांव में ही पात्र लोगों का वैक्सीनेशन कैम्प के दौरान आयुष्मान कार्ड तैयार कराने की प्लानिंग भी है ताकि अगर कोई कोरोना प्रभावित हो तो इलाज में दिक्कत का सामना न करना पड़े।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी को भविष्य में भी काम करते रहने के संकेत दिए हैं। इसे देखते हुए कलेक्टरों ने यह प्लान भी किया है कि इन कमेटियों को वैक्सीनेशन कराने में आगे लाया जाए। चूंकि गांव-गांव में कमेटियां बनी हैं। इसलिए कमेटी के सदस्य अपना वैक्सीनेशन कराने के आधार पर लोगों को समझाएंगे कि उन्होंने वैक्सीन लगवा ली तो उन्हें कुछ नहीं हुआ है। इसलिए बाकी लोगों को भी कुछ नहीं होगा और इसको लेकर भ्रम की स्थिति दूर होगी।

The Naradmuni Desk

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