चोकसी ने नागरिकता के लिए झूठी सूचना दी, अदालत करेगी भाग्य का फैसला


सेंट जोंस
एंटीगुआ के सूचना मंत्री मेलफोर्ड निकोलस ने कहा कि मेहुल चोकसी ने हमारे देश की नागरिकता लेते समय झूठी जानकारियां दी थीं, इसलिए उसकी नागरिकता रद्द करने की कार्रवाई की जा रही है और उसने इसे अदालत में चुनौती दी हुई है। करीब 13500 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले में भगोड़ा घोषित हीरा कारोबारी चोकसी इस समय डोमिनिका में अवैध प्रवेश करने के लिए हिरासत में है।

मेलफोर्ड ने कहा, चोकसी ने नागरिकता के लिए आवेदन किया था तो उसका नाम ऐसी किसी भी एजेंसी के सामने नहीं आया, जो यह सत्यापन कर पाती कि उसके खिलाफ कोई आरोप है या नहीं।

उन्होंने बताया कि हमने मेहुल चोकसी को इस आधार पर नोटिस दिया था कि उसने झूठी घोषणा की है। इसके बाद हमने उसकी नागरिकता रद्द करने की दिशा में कदम उठाया। चोकसी हमारे इस कदम को अदालत में चुनौती दे चुका है।

इससे पहले डोमिनिका के प्रधानमंत्री रोसवेल्ट स्केरिट ने मेहुल चोकसी को भारतीय नागरिक बताया और कहा कि अदालतें जल्द ही उसके भविष्य पर फैसला करेंगी। जब तक उस पर सुनवाई पूरी नहीं हो जाती, डोमिनिका सरकार उसके अधिकारों की रक्षा भी करेगी।

जमैका न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, डोमिनिका के पीएम ने कहा, मेहुल के खिलाफ एंटीगुआ या भारत में, जो भी मुद्दे हैं, हमें उनमें कोई दिलचस्पी नहीं है। हम एक वैश्विक समुदाय का हिस्सा हैं और अपने कर्तव्यों व जिम्मेदारियों को समझते हैं। कानून के दायरे में जो उचित होगा वही किया जाएगा।

मेहुल के भाई चेतन चीनूभाई चोकसी ने कैरेबियाई मीडिया समूह एसोसिएट्स टाइम्स को नोटिस भेजकर उसके खिलाफ झूठी खबरें छापने का आरोप लगाया है। चेतन का दावा है कि उस पर विपक्षी नेता लेनॉक्स लिंटन को पैसे देकर भाई के अपहरण की कहानी गढ़ने का आरोप झूठा है।

The Naradmuni Desk

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