बोलने के साथ कार्य को अंजाम तक ले जाना ही सार्थक -गबेल


जांजगीर/चाम्पा
विश्व पर्यावरण दिवस पर लोग एक दिन वृक्षारोपण कर अपने दायित्वो की इतिकर लेते है।लेकिन इनमे से कुछ ऐसे भी होते है जो जीवन पर्यंन्त अपने दायित्वो का निर्वहन करते है। ऐसे ही एक सामाजिक कार्यकर्ता है  लालू गबेल जिनके अथक प्रयासो और ग्रामीण के सहयोग से मालखरौद क्षेत्र मे पर्यावरण की  बानगी देखते ही बनती है।

केवल जांजगीर चाम्पा जिला या  मालखरौद क्षेत्र ही नही  पूरे प्रदेश में पंचायती योजना से किये गए वृक्षारोपण कार्य का सबसे सफल और सार्थक पहल यही देखने को मिलती है। सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल ने जब वे जनपद सदस्य थे उस समय तत्कालीन कलेक्टर ओ.पी. चौधरी, जिला पंचायत सीईओ विश्वेश कुमार और जनपद पंचायत सीईओ आर.पी. चौहान के सहयोग से एक सफल वृक्षारोपण कार्ययोजना बनाकर  मनरेगा से वृक्षारोपण कार्य स्वीकृत कराया था। वृक्षारोपण कार्य ग्राम बड़े पाडरमुड़ा, लीमगांव आदि पंचायतों में हजारों की संख्या में किया गया था उस समय रोपे गये नन्हे पौधो ने अब वृक्ष बन मालखरौदा क्षेत्र के गांवों में आच्छादित हो गये है।विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर  लालू गबेल ने  सार्थक संदेश देते हुए कहा कि हम जो बोलते है उसे अंजाम तक ले जाना ही सार्थक कार्य है। केवल बोलने से पर्यावरण बढने और सुरक्षित रहने वाला नही है इसके लिये सतत कार्य करने की आवश्यकता है।आज इस क्षेत्र मे जो पर्यावरण दिखाई दे रहा है वह ऐसे ही प्रयासो का परिणाम है।

पर्यावरण जिसको हम अपनी प्रकृति जननी कहते है और जननी जन्मभूमि स्वर्ग से महान है, जिसके लिए जितना करे कम है।  गबेल ने  पर्यावरण दिवस पर कहा  कि तत्कालीन कलेक्टर ओ.पी. चौधरी, जिलापंचायत सीईओ विश्वेश कुमार और मालखरौदा जनपद सीईओ आर.पी.चौहान के सहयोग से ही और ग्रामीणों की वृक्ष सेवाभाव कार्य के कारण ही आज मेहनत के फल मिल रहा हैं जिनका आज पूरा मालखरौदा क्षेत्र हमेशा आभारी रहेगा। इस अवसर पर ग्राम पंचायत बड़े पाडरमुड़ा के सरपंच प्रतिनिधि प्रकाश धिरहे, कैलास धिरहे, सचिव राजेश गबेल, रामकुमार भारद्वाज, संजय गबेल, परदेशी कांत लिमगांव से कन्हैया यादव उपस्थित थे।

The Naradmuni Desk

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