- जबलपुर पुलिस को मिली थी आरोपी के कोर्ट में सरेंडर करने की सूचना
भोपाल। अजय देवगन की फिल्म गंगाजल में जिस तरह पुलिस कोर्ट में सरेंडर करने जा रहे आरोपी को उठा ले जाती है ठीक उसी तरह जबलपुर पुलिस भी नकली रेमेडिसिविर इंजेक्शन बेचने के मामले में फरार चल रहे आरोपी को उठा ले गई। अब आरोपी को पूछताछ करने के बाद जबलपुर पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। दरअसल नकली इंजेक्शन के मामले में सिटी अस्पताल का संचालक हरकरण सिंह मोखा लंबे समय से फरार चल रहा था। इस मामले में जांच कर रही एसआईटी को जानकारी मिली थी कि हरकरण कोर्ट में सरेंडर करने वाला है। हरकरण सरेंडर करता तो पुलिस को आशंका थी कि उसे कोर्ट जेल भेज देगी। ऐसे में उससे पुलिस पूछताछ नहीं कर सकेगी। जिससे नकली इंजेक्शन बेचने और खरीदने के बारे में पुलिस को जानकारी नहीं मिल सकेगी। ऐसे में पुलिस ने जबलपुर जिला कोर्ट के बाहर बिना वर्दी के जवान तैनात कर दिए थे। सोमवार दोपहर हरकरण सफेद रंग के वाहन अपने परिचित के साथ पहुंचा। इस दौरान उसने खुद के पूरे चेहरे पर बड़ा रुमाल लपेटा हुआ था। गिरफ्तारी की आशंका के कारण उसने वाहने से उतरने के साथ ही दौड़ लगा दी। पुलिस ने जैसे ही उसे भागते देखा तो उसे चारों तरफ से घेरकर पकड़ लिया।
इंजेक्शन फेंकने का हुआ रिक्रिएशन
पुलिस ने इस मामले में रविवार को तिलवारा स्थित नर्मदा नदी में 35 इंजेक्शन फेंकने का रिक्रिएशन भी कराया है। इसके साथ ही एसआईटी ने इस रास्ते के सभी सीसीटीवी फुटैज भी जब्त करने की तैयारी कर रही है। इस मामले में पुलिस ने नकली इंजेक्शन बेचने वाले एमआर राकेश शर्मा की कार को भी जब्त कर लिया है। साथ ही उसके रीवा के रहने वाले दोस्त सुनील को भी गिरफ्तार कर लिया है।
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