गोरखपुर।
सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकारी अस्पतालों में संचालित प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र बदहाल हैं। इन केन्द्रों में 80 फीसदी दवाएं नहीं हैं। इनमें जीवन रक्षक दवाओं के साथ दर्द, बुखार, बीपी, शुगर सहित बच्चों की दवाएं पिछले चार माह से नहीं है। जबकि केंद्र संचालक पांच बार दवाओं की डिमांड भेज चुके हैं। इसकी वजह से मरीजों को महंगे दाम पर मेडिकल स्टोरों से दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं।
जिला व महिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना करीब तीन हजार मरीज आते हैं। इसको देखते हुए ही दोनों अस्पतालों में जन औषधि केन्द्र खोले गए हैं। जन औषधि केन्द्र की शुरूआत करने के दौरान दावा किया गया था कि इसके जरिए मरीजों को सस्ती जेनरिक दवाएं दी जाएंगी। विभिन्न बीमारियों की 649 दवाएं उपलब्ध कराने का दावा था लेकिन अभी इस केंद्र पर केवल 62 दवाएं उपलब्ध हैं। इनका भी स्टॉक जल्द समाप्त होने वाला है।
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