मास्क ना पहनने और लॉकडाउन में बाहर निकलने वालों से दस करोड़ का जुर्माना 


 आगरा 
अनलॉक का मतलब ये नहीं है कि मास्क नहीं पहनना है। मास्क और दो गज की दूरी का पालन अभी भी करना है। पुलिस को निर्देश हैं कि भीड़भाड़ वाले बाजारों में लगातार अभियान चलाया जाए। इस बार लॉक डाउन में पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। फालतू घूमने वालों और मास्क न पहनने वालों से करीब दस करोड़ रुपये जुर्माना वसूला गया। यह जुर्माना अकेले आगरा वालों नहीं दिया। रेंज के अन्य तीन जिले मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी भी इसमें शामिल हैं।

होली तक सब कुछ सामान्य था। लोगों को यह लग रहा था कि कोरोना का असर धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। अप्रैल के पहले सप्ताह से एकाएक कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ी। दस अप्रैल के बाद धीरे-धीरे दहशत फैलना शुरू हुई। एक दिन में एक-एक हजार कोरोना संक्रमित मिलने लगे। हॉस्पीटल फुल हो गए। ऑक्सीजन के लिए मारामारी शुरू हो गई। दवाएं गायब हो गईं। ऐसी स्थिति में पुलिस ने सकड़ों पर मोर्चा संभाला। पुलिस पहले से अलर्ट थी मगर सख्ती ज्यादा नहीं थी। बिना मास्क वालों को चेतावनी देकर भी छोड़ दिया जाता था। लॉक डाउन का घोषणा होते ही पुलिस सख्त हो गई। आईजी रेंज नवीन अरोरा ने पूरे रेंज में सख्त अभियान चलाने के निर्देश दिए। ताकि लोग लॉक डाउन के नियमों का पालन करें। बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलें। मास्क पहनना शुरू कर दें। 31 मई को लॉक डाउन खत्म हो गया। सरकार ने पांच दिन बाजार खोले जाने के आदेश दिए। कार्रवाई पर नजर डाली गई तो अधिकारी भी हैरान रह गए। फालतू घूमने वालों और मास्क न पहनने वालों से दस करोड़ के आस-पास जुर्माना वसूला गया।

The Naradmuni Desk

The Naradmuni Desk

The Naradmuni-Credible source of investigative news stories from Central India.