जबलपुर
छतरपुर जिले के बक्सवाहा में वन क्षेत्र की करीब 364 हेक्टेयर भूमि पर हीरा खदान की अनुमति का मामला अब नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) भोपाल पहुंच चुका है. जबलपुर निवासी डॉ. पीजी नाजपांडे ने यह जनहित याचिका दायर की है. याचिका में हीरा खदान के नाम पर जारी की गई अनुमति को निरस्त करने की मांग की गई है.
जानकारी के मुताबिक छतरपुर जिले के बक्सवाहा में सोगोरिया गांव के अंतर्गत 364 हेक्टेयर जंगल के इलाके में हीरा खदान के लिए एक निजी कंपनी को अनुमति दी गई है. याचिकाकर्ता डॉ. पीजी नाजपांडे के मुताबिक सरकार द्वारा 364 हेक्टेयर जमीन पर दी गई हीरा खदान की अनुमति कई मायनों में गलत है.
जबलपुर में बक्स्वाहा जैसे आंदोलन की तैयारी हो रही है. विरोध हो रहा है जबलपुर के डुमना में बनने वाली स्पोर्ट सिटी का. एक तरफ पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि इस सिटी की वजह से हजारों पेड़ कटेंगे. वहीं, सांसद राकेश चौधरी का कहना है कि ये प्रोजेक्ट उस जगह से बहुत दूर है, जिसे लेकर विरोध किया जा रहा है. स्पोर्ट सिटी से जबलपुर के पर्यावरण को नुकसान नहीं होगा.
बता दें, सबसे लंबे फ्लाईओवर और सबसे लंबी रिंगरोड के बाद जबलपुर को प्रदेश की पहली स्पोर्ट सिटी की सौगात मिलने जा रही है. केन्द्र सरकार के सहयोग से जबलपुर के डुमना के पास 40 एकड़ जमीन पर स्पोर्ट सिटी बनाने की योजना को मंजूरी मिल गई है. जबलपुर में बनने जा रही प्रदेश की पहली स्पोर्ट सिटी को करीब 50 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा. इस स्पोर्ट सिटी में जिसमें क्रिकेट और हॉकी स्टेडियम सहित कई खेल गतिविधियों और स्पोर्ट्स ऐकेडमी की भी सुविधा होगी.
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