कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का फैलाव हुआ नियंत्रित


भोपाल

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जन-भागीदारी की रणनीति को अमल में लाकर कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण के फैलाव को तेजी से नियंत्रित कर लिया गया है। संवेदनशील मुख्यमंत्री चौहान ने बच्चों, गरीबों, कोरोना से पीड़ित परिवारों, छोटे व्यापारी, ग्रामीण पथ विक्रेताओं आदि को कोरोना संक्रमण के इस विकट दौर में हर-संभव मदद पहुँचायी। कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के समुचित इलाज के लिये सभी जरूरी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गयी। इसी बीच म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों के लिये इंजेक्शन, दवाइयों की उपलब्धता और चिकित्सा के अन्य इंतजाम तेजी से किये गये। मुख्यमंत्री चौहान के निर्देश पर कोरोना अनुकूल व्यवहार अपनाने के लिये जागरूकता जन-आंदोलन संचालित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कोरोना संक्रमण को नियंत्रित कर समाप्त करने और आमजनों को कोरोना कर्फ्यू से सुरक्षित तरीके से अनलॉक की ओर वापस लाने के लिये मंत्री-समूहों की अनुशंसाएँ ली। हर स्तर की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों का व्यापक सहयोग कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के प्रत्येक चरण में लिया गया। उन्हें ज़िम्मेदारियाँ सौंपी गयी। परिणामस्वरूप मई के प्रथम सप्ताह से प्रतिदिन प्रदेश का पॉजिटिविटी रेट लगातार घटता हुआ 2 जून 2021 को 1.24 प्रतिशत रह गया है। एक जून को प्रदेश में 79 हजार 794 टेस्ट किये गये, जिसमें से 991 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आये। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 17 हजार 136 है। एक्टिव केसेज की संख्या के हिसाब से 21 अप्रैल को मध्यप्रदेश देश में सातवें नंबर पर था, जो 2 जून 2021 की स्थिति में 17वें नबंर पर है। प्रदेश में प्रतिदिन नये पॉजिटिव प्रकरणों की तुलना में रिकवरी अधिक हो रही है। प्रदेश में रिकवरी रेट लगातार बढ़कर 2 जून को 96.77 प्रतिशत हो गया है। बुरहानपुर और पन्ना को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना के नये केसेज की तुलना में रिकवरी अधिक रही है। एक जून को अलीराजपुर जिले में एक भी पॉजिटिव प्रकरण प्राप्त नहीं हुआ।

कोविड केयर सेंटर्स

प्रदेश में 52 जिलों में 361 कोविड केयर सेंटर्स हैं, जिसमें मंद लक्षणों वाले रोगियों को रखा जा रहा है। इनमें वर्तमान में 22 हजार 341 बेडस् है। इसमें से 3493 ऑक्सीजन बेडस् स्थापित किये गये हैं। ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में स्थापित किये गये सेंटर्स में शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट और हेल्थ ब्रोशर प्रदान किये जा रहे हैं।

किल-कोरोना अभियान

अभियान का चौथा चरण प्रारंभ हो गया है। टीम घर-घर जाकर कोरोना के लक्षणों वाले व्यक्तियों की पहचान कर रही है। पीड़ित व्यक्तियों को उपचार दिया जा रहा है। स्थानीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य इन्हें सहयोग दे रहे हैं। दल को ग्रामीणों का भरपूर सहयोग भी मिल रहा है।

एक जून 2021 को प्रदेश की 22 हजार 813 ग्राम पंचायतों में से 139 ग्राम पंचायतों में पाँच से अधिक सक्रिय केस है। तीन हजार 35 ग्राम पंचायतों में एक से चार तक सक्रिय केस है और 19 हजार 639 ग्राम पंचायतों में कोई भी सक्रिय केस नहीं है।

कोरोना वॉलेंटियर्स

मुख्यमंत्री चौहान के निर्देश पर पूरे प्रदेश में विभिन्न वर्गों से सवा लाख से अधिक कोरोना वॉलेंटियर्स बनाये गये हैं। ये हर जिले में कोरोना संक्रमितों को हर-संभव मदद पहुँचा रहे हैं। लोगों में कोरोना अनुकूल व्यवहार अपनाने के प्रति जागरूकता पैदा कर रहे हैं। टीकाकरण में सहयोग कर रहे हैं। इनके द्वारा कोरोना संक्रमण को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी जा रही है।

कोरोना से मृत्यु होने पर परिवार को संबल

मुख्यमंत्री चौहान ने कोरोना से माता-पिता/अभिभावक की मृत्यु पर आश्रित बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा, चिकित्सा, राशन के साथ पाँच हजार रूपये महीना पेंशन देने की योजना लागू की है। शासकीय सेवारत स्थायी, अस्थायी, आउटसोर्स और दैनिक वेतन भोगी आदि सभी तरह के कर्मचारियों के निधन पर परिवार के एक सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति और पाँच लाख रूपये अनुग्रह राशि प्रदाय करने की योजना का क्रियान्वयन भी हो रहा है। कोरोना से मृत्यु होने पर हर पीड़ित के परिवार को एक लाख रूपये की अनुग्रह राशि दी जा रही है। अनेक अन्य राहत की योजनाओं पर भी अमल सुनिश्चित किया गया है।

मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना

मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के अन्तर्गत प्रदेश के शासकीय अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर में प्रदेश का कोई भी नागरिक भर्ती होकर नि:शुल्क इलाज करा सकता है। इस कम्पोनेन्ट के तहत 2 जून की स्थिति में 3 हजार 184 मरीज उपचार करा रहे हैं।

प्रदेश के चार जिलों इंदौर, भोपाल, देवास और उज्जैन के प्राइवेट चिकित्सा महाविद्यालय के अस्पतालों में अनुबंधित बिस्तरों पर प्रदेश का कोई भी नागरिक भर्ती होकर नि:शुल्क उपचार करा सकता है। इस कम्पोनेन्ट के तहत 2 जून की स्थिति में 914 मरीज उपचार करा रहे हैं।

आयुष्मान से संबद्ध समस्त अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड की पात्रता रखने वाले परिवार के सभी सदस्यों का नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है। इस कम्पोनेन्ट के तहत 2 जून की स्थिति में 5 हजार 29 मरीज उपचार करा रहे हैं।

प्रदेश के 10 जिलों में म्यूकोरमाइकोसिस के 987 एक्टिव केस हैं। अब तक 402 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। एक जून को विदिशा, बुरहानपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और छतरपुर में म्यूकोरमाइकोसिस का एक भी नया केस नहीं आया है।

The Naradmuni Desk

The Naradmuni Desk

The Naradmuni-Credible source of investigative news stories from Central India.